मंगलवार, 24 जनवरी 2023

देवता बनाई दियौ

 मुर्दा सरी मलाई   

जिउदै जलाई दियौ 

मरेका हरु लाई   

 देवता बनाई दियौ 

मुर्दा 

म रोइन एक्लै 

जल्दा हरेक दिन

अशिम पिडा भोगे  

पल पल हरेक छिन 

मुर्दा 

मन सन्त छैन 

अझै पनी किन 

खरानी बनायौ 

तपस्या बुझेनौ 

मुर्दा 

नदेखाऊ मनको 

पिडा हरु जगलाई 

नसुनाऊ कतै 

व्यथा हरु सबैलाई 

मुर्दा 

तिमि खुशी छैन उ 

यहि त् पिडा हों 

तिम्रो दुख हर्ने 

प्रयत्न खेरा गो 

 -खालान को मान्छे